'भले चाहे इंडिया डिजिटल बनाओ, मगर कुछ रहम हम किसानों पे खाओ...' इस कवि के शिवराज भी हैं मुरीद
उन्हें कविता लिखने और गाने का शौक है। वह भागवत कथावाचक भी हैं। उनकी लोकप्रियता देवास जिले के अलावा आसपास के जिलों में भी भागवत कथा में माहिर पंडित के रूप में है। सीएम शिवराज भी हैं आवाज के कायल अनूप भले ही आज अपनी किसानों पर कविता के लिए चर्चा में हैं, लेकिन शोहरत उनके लिए नई नहीं है। बचपन से सवैया छंद बनाने और गाने के शौकीन अनूप आज से 2 साल पहले यानी 2018 में तब चर्चा में आए थे, जब उनकी आवाज से प्रभावित होकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें अपने आवास पर बुलाकर मुलाकात की थी। फोटो 2018 की है

t4unews: हमारे विशेष संवाददाता की जानकारी के अनुसार दिल्ली में किसान कृषि कानूनों के विरोध में डटे हुए हैं। इधर, किसान आंदोलन के समर्थन में मध्य प्रदेश से एक आवाज उठी है। यह आवाज है देवास के कवि और किसान अनूप दुबे की। 'भले चाहे इंडिया डिजिटल बनाओ, मगर कुछ रहम हम किसानों पे खाओ...' कुछ इन शब्दों में अनूप ने किसानों का दर्द पिरोने की कोशिश की है। वह चाहते हैं कि इस गीत के जरिए उनकी बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचे। भागवत कथा में माहिर हैं अनूप अनूप देवास के मंडलेश्वर गांव के रहने वाले हैं। उन्हें कविता लिखने और गाने का शौक है। वह भागवत कथावाचक भी हैं। उनकी लोकप्रियता देवास जिले के अलावा आसपास के जिलों में भी भागवत कथा में माहिर पंडित के रूप में है। सीएम शिवराज भी हैं आवाज के कायल अनूप भले ही आज अपनी किसानों पर कविता के लिए चर्चा में हैं, लेकिन शोहरत उनके लिए नई नहीं है। बचपन से सवैया छंद बनाने और गाने के शौकीन अनूप आज से 2 साल पहले यानी 2018 में तब चर्चा में आए थे, जब उनकी आवाज से प्रभावित होकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें अपने आवास पर बुलाकर मुलाकात की थी। फोटो 2018 की है। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनूप को मुलाकात के लिए अपने आवास पर बुलाया था।शासन के विज्ञापनों को दे चुके हैं आवाज दरअसल, 23 जून 2018 को मध्यप्रदेश शासन की योजनाओं पर बना अनूप का वीडियो भाजपा नेता लोकेंद्र पाराशर ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इसे देखने के बाद मुख्यमंत्री ने उनसे मिलने की इच्छा जताई थी। अनूप शासन की योजनाओं से जुड़े कई विज्ञापनों को भी अपनी आवाज दे चुके हैं।
Source Dainik Bhaskar
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