क्वॉरेंटाइन केंद्र के 12 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की चेन की खोज शुरू

क्वॉरेंटाइन सेंटरों में टिके प्रवासियों में 12 पॉजिटिवों की प्रशासन कांटेक्ट ट्रेसिंग में जुट गया है। बीते दिनों आए रिपोर्ट के मुताबिक जिले के भगवानपुर, कुदरा, भभुआ समेत अन्य क्वारेंटाइन सेंटरों में टिके हैदराबाद से गांव आई एक महिला, मुंबई...

क्वॉरेंटाइन सेंटरों में टिके प्रवासियों में 12 पॉजिटिवों की प्रशासन कांटेक्ट ट्रेसिंग में जुट गया है। बीते दिनों आए रिपोर्ट के मुताबिक जिले के भगवानपुर, कुदरा, भभुआ समेत अन्य क्वारेंटाइन सेंटरों में टिके हैदराबाद से गांव आई एक महिला, मुंबई से लौटे दंपति, तेलंगाना से लौटे प्रवासियों समेत अन्य 12 की रिपोर्ट कोरोना पॉज़िटिव आने के बाद अब स्पस्ट तौर पर जिलेवासियों को यह बात तो समझ में आने लगी है कि जिले में कोरोना वायरस के पांव अब गांव स्तर तक बढ़ चुके हैं। ऐसे में संक्रमण का फैलाव बड़ी संख्या में हो सकता है।

दरअसल कोरोना संक्रमण का ग्राफ जिले में जिस तरह से लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में जिले के बुद्धिजीवियों के जेहन में एक अहम और गंभीर सवाल यह भी पनप रहा है कि कैमूर जिले में जितने भी प्रवासी जो अब तक आ चुके हैं या आ रहे हैं, वे जिले के प्रखण्ड, पंचायत और गांव में प्रशासनिक स्तर पर बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में क्वारेंटाइन होने से पहले किस-किस के संपर्क में आए ? हालाकि ऐसी संभावनाओं के बाबत जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा इन बिन्दुओं को भी गंभीरता से लेते हुए पड़ताल कर रहा है।

बुद्धिजीवियों का कहना है कि जिले में जितने भी प्रवासी आ चुके हैं या फिर लगातार आ रहे हैं, प्रशासनिक दावा यह है कि उन्हें जिले के प्रखण्ड, पंचायत और गांव में प्रशासनिक स्तर पर बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में तत्काल क्वारेंटाइन किया जा रहा है, लेकिन गैर प्रान्तों से जिले तक आने वाले बहुतेरे ऐसे भी प्रवासी हैं जो चोरी-छिपे बाहर से आकर गांवों में घूम-फिर रहे हैं। जाने-अनजाने उनके संपर्क में आने से स्थानीय लोग डरे-सहमे हैं।
जिले में बने क्वारेंटाइन सेंटरों को प्रशासन ने तीन केटेगरी में बांटा
जिला प्रशासन के मुताबिक जिले में बने कुल क्वारेंटाइन सेंटरों को प्रशासन ने तीन केटेगरी में बांटा है। इनमें से पहले को ग्रुप ए, दूसरे को ग्रुप बी जबकि तीसरे को ग्रुप सी केटेगरी में रखा है। इसकी जानकारी देते हुए डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया है कि जिले में 6 बड़े-बड़े शहरों से आए प्रवासियों को ग्रुप ए में प्रखण्ड स्तर पर बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा गया है जबकि अन्य प्रान्तों से आए लोगों को ग्रुप बी में पंचायत स्तर पर वहीं ग्रुप सी में गांव स्तर पर बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में प्रवासियों को आवासित किया गया है। जहां प्रवासियों को आपदा प्रबंधन विभाग से सारी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
4,959 प्रवासी जिले के क्वारेंटाइन सेंटरों में ठहराए गए हैं
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक कुल 4,959 प्रवासियों को जिले के क्वारेंटाइन सेंटरों में ठहराया गया है। हालाकि प्रवासियों की संकया लगातार बढ़ रही है। जिन्हें उनके संबन्धित क्वारेंटाइन सेंटरों में आवासित किया जाएगा। बता दें कि गैर प्रान्तों से प्रवासी खुद और परिवार के साथ कैमूर जिले के विभिन्न गांवों को लौट रहे हैं।
जिन्हें जिला प्रशासन एहतियातन थर्मल स्क्रीनिंग के बाद क्वारेंटाइन सेंटरों में 14 दिनों के लिए ठहरा रहा है। इस बीच हजारों की तादाद में आए प्रवासी जिन्हें प्रखण्ड, पंचायत और फिर गांव स्तर पर प्रशासनिक स्तर पर बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटरों में ठहराया गया उनके भेजे गए स्वाब में से 12 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिनके कांटेक्ट ट्रेसिंग में जिला प्रशासन के अलावे स्वास्थ्य महकमा भी जुटा हुआ है।
क्वारेंटाइन सेंटरों में ठहराए 234 लोग अब तक भेजे जा चुके हैं घर
जिला प्रशासन के रिपोर्ट बताते हैं कि जिले के विभिन्न क्वारेंटाइन सेंटरों में ठहराए सैकड़ों प्रवासियों में से अब तक 234 प्रवासियों को 14 दिन के बाद सब कुछ ठीक रहने पर उनके घर भेजा जा चुका है। वे होम क्वारेंटाइन में रहेंगे।
32 मरीज ठीक हो चुके हैं, अभी तक 12 पॉज़िटिव हैं
जिले में कुल 44 पॉज़िटिवों में से 32 मरीज ठीक हो चुके हैं। हालाकि उन्हें होम क्वारेंटाइन में रहने की सलाह दी गई है। अब जिले में 12 लोग पॉज़िटिव हैं। इनमें से सब प्रवासी हैं। -डॉ. अरुण कुमार तिवारी, सिविल सर्जन



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